उगता सूरज
उगता सूरज ऊर्जा भरता,
खिले पुष्प मुस्कान।
भ्रमर सिखाता गुन गुन गाना,
कण तुषार उपमान।
खग चहकन आह्लाद बिखेरे,
खुश हो सकल जहान।
अमृत बेले शैय्या त्यागो,
है प्रकृति वरदान।
सतीश सृजन
उगता सूरज ऊर्जा भरता,
खिले पुष्प मुस्कान।
भ्रमर सिखाता गुन गुन गाना,
कण तुषार उपमान।
खग चहकन आह्लाद बिखेरे,
खुश हो सकल जहान।
अमृत बेले शैय्या त्यागो,
है प्रकृति वरदान।
सतीश सृजन