थोड़ी मेहनत और कर लो
काम तुम भी करते हो
हर मुश्किल से लड़ते हो
फिर भी बनता नहीं काम तुम्हारा
तो थोड़ी मेहनत और कर लो।।
तोड़ दों हार-जीत की लड़ियां
देखो ना चाहत की घड़ियां
कुछ भी अभी बिगड़ा नहीं
थोड़ी मेहनत और कर लो।।
जल्दबाजी किसी काम में मत करना
जो करना पूरी निष्ठा से करना
हड़बड़ाने से कुछ नहीं होगा
हो सके तो थोड़ी मेहनत और कर लो।।
काम करना है अगर तो
आराम के चक्कर छोड़ना होगा
लग्न के चासनी में घुलकर
थोड़ी मेहनत और करना होगा।।
मेहनत तुम्हारा रंग लाएगा
जिस दिन काम पूरा होगा
तब तक वक्त के थामकर हाथ चलों
थोड़ी मेहनत और कर लो।।
व्यर्थ में समय को यूं न गंवाओं
कोई काम करके पहचान बनाओं
तन,मन के स्थिर करके चलों
थोड़ी मेहनत और कर लो।।
इंसान की पहचान है काम
घेरें हैं मानवता को सुबह-शाम
तुम भी अपना नाम बना लो
थोड़ी मेहनत और कर लो।।
नीतू साह
हुसेना बंगरा, सीवान -बिहार