Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Apr 2024 · 1 min read

थोड़ा नमक छिड़का

थोड़ा सा नमक छिड़क लिया
थोड़ी सी मिर्च मिला ली
अरसे बाद दर्द पका ली
हल्के-हल्के आँच पे …

थोड़े वादे हमने निभाए
थोड़ी कसमें तुमने खाई
इश्क़ ऐसे जवां होता रहा
धड़कनों के साज़ पर।

इक उम्र हमने बिता दी
इक अरसा तूने खोया
वक्त गुजरता ही गया
यादों के हंसी ख्वाब पर।

फिर यूं हुआ ,बिछड़े हम
जुदाई में फिर निकला दम।
आंखें मेरी ढूंढती रही निशां
कदमों की इक ताल पर।

अब बाकी कुछ बचा है
बस इसी का स्वाद चखा है
पक रहा था जो दर्द
हल्के-हल्के आंच पर।

सुरिंदर कौर

Language: Hindi
3 Likes · 106 Views
Books from Surinder blackpen
View all

You may also like these posts

स्त्री का सम्मान ही पुरुष की मर्दानगी है और
स्त्री का सम्मान ही पुरुष की मर्दानगी है और
Ranjeet kumar patre
*घट-घट वासी को को किया ,जिसने मन से याद (कुंडलिया)*
*घट-घट वासी को को किया ,जिसने मन से याद (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
तुम्हें अहसास है कितना तुम्हे दिल चाहता है पर।
तुम्हें अहसास है कितना तुम्हे दिल चाहता है पर।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
तेरे मन मंदिर में जगह बनाऊं मै कैसे
तेरे मन मंदिर में जगह बनाऊं मै कैसे
Ram Krishan Rastogi
सम्मान में किसी के झुकना अपमान नही होता
सम्मान में किसी के झुकना अपमान नही होता
Kumar lalit
उसकी इबादत आखिरकार रंग ले ही आई,
उसकी इबादत आखिरकार रंग ले ही आई,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
🙏दोहा🙏
🙏दोहा🙏
राधेश्याम "रागी"
उड़ान
उड़ान
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
ग़ज़ल _ दर्द भूल कर अपने, आप मुस्कुरा देना !
ग़ज़ल _ दर्द भूल कर अपने, आप मुस्कुरा देना !
Neelofar Khan
🌻    Stay Motivate  🌻
🌻 Stay Motivate 🌻
पूर्वार्थ
🙅अतीत के पन्नों से🙅
🙅अतीत के पन्नों से🙅
*प्रणय*
*बेटे भी प्यारे होते हैं*
*बेटे भी प्यारे होते हैं*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
अस्तु
अस्तु
Ashwani Kumar Jaiswal
अलमस्त रश्मियां
अलमस्त रश्मियां
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
जाने क्यों भागती है दुनिया खूबसूरती के पीछे।
जाने क्यों भागती है दुनिया खूबसूरती के पीछे।
Annu Gurjar
नफ़रत
नफ़रत
Sudhir srivastava
#कबित्त
#कबित्त
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
आइये तर्क पर विचार करते है
आइये तर्क पर विचार करते है
शेखर सिंह
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
" बस्तर "
Dr. Kishan tandon kranti
रूड़ौ म्हारो गांव धुम्बड़ियौ🌹
रूड़ौ म्हारो गांव धुम्बड़ियौ🌹
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
खुद के होते हुए भी
खुद के होते हुए भी
Dr fauzia Naseem shad
बदलता बचपन
बदलता बचपन
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
दोस्ती।
दोस्ती।
Priya princess panwar
गुज़रे हुए मौसम, ,,,
गुज़रे हुए मौसम, ,,,
sushil sarna
3948.💐 *पूर्णिका* 💐
3948.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
तुम हो
तुम हो
Jalaj Dwivedi
सैनिक के घर करवाचौथ
सैनिक के घर करवाचौथ
Dr.Pratibha Prakash
बिन तेरे जिंदगी हमे न गंवारा है
बिन तेरे जिंदगी हमे न गंवारा है
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
सुविचार
सुविचार
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
Loading...