था वहम मेरा..
था वहम मेरा, कि वो भी प्यार करते हैं।
चाहत भरे दिल से, वो इन्त्ज़ार करते हैं।
वो फ़िर जाएंगे फ़िर, ये सोचा नहीं मैंने,
मतलब के बने लोग, कहाँ प्यार करते हैं।
आकाश त्रिपाठी (जानू)
था वहम मेरा, कि वो भी प्यार करते हैं।
चाहत भरे दिल से, वो इन्त्ज़ार करते हैं।
वो फ़िर जाएंगे फ़िर, ये सोचा नहीं मैंने,
मतलब के बने लोग, कहाँ प्यार करते हैं।
आकाश त्रिपाठी (जानू)