थम सा गया है “देश”
चारों ओर कोरोना ही कोरोना
सड़क सुनी, चौराहा सुना।
बाजार सुना,सिनेमा घर सुना।
शहर सुना, गांव सुना।
मोहल्ले का हॉट बाजार सुना,
चारों ओर कोरोना, संक्रमण का भय व्याप्त है।
संशय है मुझे, क्या हमारी कोशिशे पर्याप्त है।।
आज बैठे हैं घर में, सोच रहे हैं कैसे कोरोना हारेगा।
हम उसे मार पाएगें ,या वह हमें मारेगा।।
उसे हराने की हर कोशिश हमें करनी होगी।
1 दिन से नहीं होगा तो लाकडाउन ही करवा लेंगे।
कुछ जिम्मेदारी हमें, कुछ प्रशासन को निभानी होगी।
हर संभव कोशिश करेंगे, मरने से पहले हम नहीं मरेंगें।।