त्रिपदा छंद
सावन की बौछार
मधुर सुनाए गीत
आई मस्त बहार
राखी का त्यौहार
भाई की सौगात
बहना का है प्यार
साजन है परदेश
आती उनकी याद
विरहन का है वेश
घटा घिरी घनघोर
आई है बरसात
हरियाली चहुँ ओर
है हरियाली तीज
आये माँ की याद
बाबुल की दहलीज
आजादी का पर्व
मन में है उल्लास
हमें देश पर गर्व
होली का त्यौहार
गुझिया भरे मिठास
रंगों की बौछार
गर्मी की है मार
एसी कूलर फेल
बारिश की दरकार
मां तो है अनमोल
करे दवा का काम
मां के कड़वे बोल
झंडे का सम्मान
याद रहे कर्तव्य
रखना हमको मान
मां ममता का गाँव
हरा भरा परिवार
गहन पिता की छाँव
नारी सबला रूप
मत समझो कमजोर
नर के है अनुरूप
रख बेटी का ध्यान
बेटा कुल का दीप
बेटी घर की आन
साक्षरता अभियान
उन्नत होगा देश
जनता का कल्याण
रक्खो दिल का ध्यान
नित अपनाओ योग
रहे सुरक्षित जान
समय बहुत अनमोल
करना सदउपयोग
वर्ना डिब्बा गोल
कपटी धोखेबाज़
करें पीठ पर वार
इनका गुंडाराज
मुश्किल हों हालात
नहीं छोड़ना धीर
बन जाएगी बात
प्यार भरे दो बोल
हर लेते हैं कष्ट
तोल मोल के बोल
आयी है बरसात
बचपन आया याद
भीग रहे जज़्बात
लोकतंत्र का मान
सबका है कर्तव्य
करना है मतदान
हिंदी मीठी तान
हिंदी अपना प्यार
हिंदी हिंदुस्तान
20-07-2019
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद