तोता मैना
तोता-मैना(माहिया)
***************
1
कंधे बैठा तोता,
अबला से कहता,
दिनभर मैं हूँ रोता।
2
तोते से वो बोली,
क्या मैना रूठी,
थी तेरी हमजोली।
3
चोंच भरी मय पी ली,
झट वो सूंघ गई,
तब से वो ना बोली।
4
कुछ होगा तो बोला,
नशा चढ़ा होगा,
ना होगा कुछ तोला।
5
घर में कैसे जाऊं,
यत्न सिरे न चढ़े,
रूठी कैसे मनाऊँ।
6
मनसीरत यूँ कहती,
जरा नजरें मिला,
मैना सब कुछ सहती।
*****************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)