मै तैयार हूँ
रख जिस हाल मे
तुम्हे रखना है
मुझे ऐ जिन्दगी
हर हाल मे अब मै
जीने के लिए तैयार हूँ
बना लिया है मैंने
खुद को इस्पात का
ढाल मुझे जिस आकार मे
तुझे ढालना है
अब तपने, पिघलने
और चोट को
सहने के लिए तैयार हूँ मै ।
~अनामिका
रख जिस हाल मे
तुम्हे रखना है
मुझे ऐ जिन्दगी
हर हाल मे अब मै
जीने के लिए तैयार हूँ
बना लिया है मैंने
खुद को इस्पात का
ढाल मुझे जिस आकार मे
तुझे ढालना है
अब तपने, पिघलने
और चोट को
सहने के लिए तैयार हूँ मै ।
~अनामिका