तेरे हम है
***तेरे हम है***
तू तो नही है
मगर तेरे हम है
तूने दिया दगा
पर तेरे गम तो
मेरे संग संग है ।
आंखों में और कोई
जुवा पर तो हम है
सुन वेबफा सुन
तेरे फिर क्यों हम है ।।
कातिल अदायें तेरी
वैसा ही दिल है
नसीबा बिगाडा तूने
यू ही मुस्कराकर
यू ही मुस्कराकर
तूने किए क्यों सितम है ।।
***दिनेश कुमार गंगवार ***