– तेरे लिए –
– तेरे लिए –
आशिक आवारा बना तेरे लिए,
कवि शायर में बना तेरे लिए,
कविताएं लिखी मेने तेरे लिए,
शायरी पढ़ी मेने तेरे लिए,
अखबार में रचना दी मेने तेरे लिए,
पुस्तको में आया में तो तेरे लिए,
गुगल में छाया में तो तेरे लिए,
अटकी जिंदगी को सुधारा मेने तेरे लिए,
उलझा था सुलझा में तो तेरे लिए,
अपनाया जिंदगी को मेने तेरे लिए,
मेरी जिंदगी ही है बस तेरे लिए,
✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान