तेरे बिन
तू क्या जाने ये जिन्दगी,
तेरे बिन कुछ नहीं।
कैसे समझाऊं मैं तेरे लायक नहीं ।
तेरे कदमों की आहट से ,
मेरी धड़कन ये चले ।
मेरे चेहरे को हर खुशी ,
तुझे देखने से मिले।
मुझे तुझसे कोई गिले-शिकवे नहीं ।तू क्या जाने यह जिंदगी,
तेरे बिन कुछ नहीं ।
है मुझको भी मोहब्बत बहुत,
पर कहने से डरे ।
खाए धोखे बहुत है इसलिए,
हम तनहा रहे।
इस जिंदगी में तेरे सिवा कोई नहीं।
तू क्या जाने यह जिंदगी ,
तेरे बिन कुछ नहीं ।
मेरी हर सांस धड़कन से पहले ,
तेरे नाम की माला जपे।
मेरा हर तीरथ है तू,
मेरा हर कलमा है तुझसे ।
पर इस किस्मत पर यकीन है नहीं।
तू क्या जाने जिंदगी तेरे बिन कुछ नहीं।