तेरे बिना
तेरे बिना
ऐ हमसफर
कैसे गुजारा करेंगे
दिन को राह तकेंगे
रात में ख्वाब बुनेंगे
हो जायेगा जो
यह दिल खाली
उसे किसके प्यार से
भरेंगे
तेरे से हर राह जुड़ी थी
तेरे संग पल पल
सपनों सी सुंदर
जीवन की
अपनी प्रेम कहानी लिखी थी
तू न होगा
कागज के तन सा
तो मन की कलम से
आंसूओं की स्याही से
अपने जज्बातों की कहानी
अब कहां लिखेंगे।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001