तेरे बिना हम कुछ नहीं
मां बहन बेटी ही है, धुरी इस संसार की
मौन रहकर करती सृजन, देवी है यह प्यार की
जन्म देती पालती, भंडार है वात्सल्य की
प्रेम करुणा की है देवी, शक्ति है परिवार की
धैर्य साहस और गुणों की, बेटियां ही खान है
मां बहन और बेटियां ही, इस जगत की शान है
पीर सह कर भी जहां में, ये सदा मुस्कुराईं हैं
प्रेम मेहनत और लगन से, दुनिया नई बसाई है
आगे हैं हर क्षेत्र में, ये किसी से कम नहीं
शत शत नमन हे मां बहन बेटी, तेरे बिना हम कुछ नहीं
सुरेश कुमार चतुर्वेदी