तेरे बिना जीना मुश्किल है।।
ये सोच के रूह कांपता है,
ये सोच के मन घबराता है।
पर बोलने से डरता दिल है।
तेरे बिना जीना मुश्किल है।।
तूहि जीवन मे तुहि धड़कन में,
बिन तेरे सांस फंसे उलझन में।
तु रग रग में मेरे शामिल है।
तेरे बिना जीना मुश्किल है।।
ना पाने की तुझको है तमन्ना,
फिर भी चाहूँ न तुझको खोना।
तुहि मेरी आखरी मंजिल है।
तेरे बिना जीना मुश्किल है।।
गम लाख दिए चाहे तुमने,
हर ज़ख्म सहे हँस कर हमने।
करे कत्ल तुहि मेरा कातिल है।
तेरे बिना जीना मुश्किल है।।
©® पांडेय चिदानंद “चिद्रूप”
(सर्वाधिकार सुरक्षित २५/११/२०१८ )