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26 Mar 2022 · 1 min read

तेरे बगैर

कभी कह दिया होता ,
कि तेरे लिए नायाब हैं हम।
और यह भी कहा होता,
तुझसे मिलने को बेताब हैं हम।
वो तमाम रातें जो तेरे इंतज़ार में गुज़रीं,
तेरे बग़ैर ज़िंदा हूँ बहुत शरमसार हैं हम।

Language: Hindi
415 Views
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