तेरे बगैर
कभी कह दिया होता ,
कि तेरे लिए नायाब हैं हम।
और यह भी कहा होता,
तुझसे मिलने को बेताब हैं हम।
वो तमाम रातें जो तेरे इंतज़ार में गुज़रीं,
तेरे बग़ैर ज़िंदा हूँ बहुत शरमसार हैं हम।
कभी कह दिया होता ,
कि तेरे लिए नायाब हैं हम।
और यह भी कहा होता,
तुझसे मिलने को बेताब हैं हम।
वो तमाम रातें जो तेरे इंतज़ार में गुज़रीं,
तेरे बग़ैर ज़िंदा हूँ बहुत शरमसार हैं हम।