Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Oct 2024 · 1 min read

तेरे दिल में है अहमियत कितनी,

तेरे दिल में है अहमियत कितनी,
तू मुझे खो के देख सकता है।
डाॅ फ़ौज़िया नसीम शाद

3 Likes · 35 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
परिवार
परिवार
pratibha Dwivedi urf muskan Sagar Madhya Pradesh
जाकर वहाँ मैं क्या करुँगा
जाकर वहाँ मैं क्या करुँगा
gurudeenverma198
रमेशराज के हास्य बालगीत
रमेशराज के हास्य बालगीत
कवि रमेशराज
जिंदगी देने वाली माँ
जिंदगी देने वाली माँ
shabina. Naaz
श्री राम का भ्रातृत्व प्रेम
श्री राम का भ्रातृत्व प्रेम
Pankaj Bindas
साइड इफेक्ट्स
साइड इफेक्ट्स
Dr MusafiR BaithA
हो सके तो मीठा बोलना
हो सके तो मीठा बोलना
Sonam Puneet Dubey
Midnight success
Midnight success
Bidyadhar Mantry
खरीद लूंगा तुझे तेरे नखरों सहित ऐ जिन्दगी
खरीद लूंगा तुझे तेरे नखरों सहित ऐ जिन्दगी
Ranjeet kumar patre
सर्जिकल स्ट्राइक
सर्जिकल स्ट्राइक
लक्ष्मी सिंह
वफ़ा और बेवफाई
वफ़ा और बेवफाई
हिमांशु Kulshrestha
कविता-
कविता- "हम न तो कभी हमसफ़र थे"
Dr Tabassum Jahan
किसी ने बड़े ही तहजीब से मुझे महफिल में बुलाया था।
किसी ने बड़े ही तहजीब से मुझे महफिल में बुलाया था।
Ashwini sharma
उदास एक मुझी को तो कर नही जाता
उदास एक मुझी को तो कर नही जाता
पूर्वार्थ
..
..
*प्रणय*
स्वयं को बचाकर
स्वयं को बचाकर
surenderpal vaidya
मन मूरख बहुत सतावै
मन मूरख बहुत सतावै
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
रात……!
रात……!
Sangeeta Beniwal
"शौर्य"
Lohit Tamta
बचपन के सबसे प्यारे दोस्त से मिलने से बढ़कर सुखद और क्या हो
बचपन के सबसे प्यारे दोस्त से मिलने से बढ़कर सुखद और क्या हो
इशरत हिदायत ख़ान
Why Doesn't mind listen?
Why Doesn't mind listen?
Bindesh kumar jha
3042.*पूर्णिका*
3042.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
नये साल में
नये साल में
Mahetaru madhukar
"जब तुम होते पास"
Dr. Kishan tandon kranti
हिंदी कब से झेल रही है
हिंदी कब से झेल रही है
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
जाति
जाति
Adha Deshwal
अपना सा नाइजीरिया
अपना सा नाइजीरिया
Shashi Mahajan
स्वतंत्रता दिवस की पावन बेला
स्वतंत्रता दिवस की पावन बेला
Santosh kumar Miri
जिंदगी एक परीक्षा है काफी लोग.....
जिंदगी एक परीक्षा है काफी लोग.....
Krishan Singh
ग़ज़ल _ दर्द भूल कर अपने, आप मुस्कुरा देना !
ग़ज़ल _ दर्द भूल कर अपने, आप मुस्कुरा देना !
Neelofar Khan
Loading...