तेरे दिए हुए दर्द,आंसुओ में ढल रहे
तेरे दिए हुए दर्द,आंसुओ में ढल रहे।
दोनो ही प्यार की अग्नि में जल रहे।।
किया था दोनो ने एक दूजे पर भरोसा,
पर हर बात पर एक दूजे को छल रहे।
चले थे दोनो एक साथ एक सफर में,
पर क्यू हम दोनो ही अकेले चल रहे।
कही कोई जख्मों पर नमक न लगा दे,
हम ही अपने हाथो से नमक मल रहे।
रस्तोगी क्या कहे,प्यार की दास्तां पर,
शायद दोनो ही प्यार को हम छल रहे।
आर के रस्तोगी गुरुग्राम