– तेरे झुमके की आवाज सुनकर –
– तेरे झुमके की आवाज सुनकर –
तेरे झुमके की आवाज सुनकर,
में दौड़ा चला आता हु,
इधर – उधर ताकता रहता हु,
उसकी एक झलक पाने को में बेताब हुआ जाता हु,
देखते ही उसको आंखो में चमक आ जाती है,
किसी से कुछ न कहता हु पर मन ही मन मुस्कुराता हु,
सामने आने पर उससे बात करने से कतराता हु,
मिल जाए वो मुझे ऐसी ईश्वर से अपने लिए दुआ में लाता हु,
उसकी एक झलक पाने पर उत्साहित हो जाता हु,
बाहों में उसको भर के बस उसी का हो जाना चाहता हु,
ईश्वर से बस यही दुआ लिख दे भरत किन किस्मत में उसका हाथ,
गहलोत यह अरदास में लाता हु,
तेरे झुमके की आवाज सुनकर ,
दौड़ा चला आता हु,
✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान
संपर्क -7742016184