तेरे कहने का अंदाज ये आवाज दे जाती है ।
तेरे कहने का अंदाज ये आवाज दे जाती है ।
तेरी पहली चाहत की अनकही सी राज दे जाती है ।।
दोस्त तुझे देखकर अकसर उन हसीनाओं से,
एक छोटा सा सवाल करने को दिल करता है ।।।
जो अब भी आपकी जुदाइ से मोहब्बत करते हैं,
उनकी चाहत का क्यों बस चंद अल्फाज दे जाती है ।।।।
-दिवाकर महतो
बुण्डू, राँची, (झारखण्ड )