तेरे आने की उम्मीद
तेरे आने की उम्मीद ने ज़िंदा रखा हुआ है।
इस बुत में धड़कन का परिंदा रखा हुआ है।
काफिला हमको नहीं चाहिए इश्क़ करने को,
पूरी दुनिया में एक शख्स चुनिंदा रखा हुआ है।
बहुत बेगैरत से हो गये हम,तुझको चाह कर
सब जानते हैं दिल में खास बाशिंदा रखा हुआ है
सुर हमारे आजकल, बहुत ऊंचे हो रहे है
तार कसने को , एक साजिंदा रखा हुआ है।
बहुत बेदर्द है जमाना , न समझे ये चाहत को
हमने उसको बस फिर भी आइंदा रखा हुआ है।
सुरिंदर कौर