तेरे आने की आहट
तेरे आने की आहट
यूं ही नहीं
गुजार दी बरसों रातें मैंने
अकेले – अकेले
तेरी यादों का समंदर
वो तेरी भीनी – भीनी खुशबू
जिन्हें मैंने कर लिया था
अपनी अमानत
अचानक ही बिस्तर से
उठ भाग उठता हूँ
कहीं
तेरे आने की आहट ……………..
तेरे आने की आहट
यूं ही नहीं
गुजार दी बरसों रातें मैंने
अकेले – अकेले
तेरी यादों का समंदर
वो तेरी भीनी – भीनी खुशबू
जिन्हें मैंने कर लिया था
अपनी अमानत
अचानक ही बिस्तर से
उठ भाग उठता हूँ
कहीं
तेरे आने की आहट ……………..