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5 Jun 2023 · 1 min read

तेरी याद

आज फिर तेरी याद सता गई
मेरे सांसो से तुम्हारी खुशबु फिर से मुझे महका गई
दिल के खाली पड़े मकान में उथल पुथल हो गई
वो माथे का चुंबन, बाहों के घेरे ने घेर लिया
वो तकिया – चादर, काली बिंदिया फिर से बिखर गई
साँसे गर्म सी हो गई मेरी
आज फिर तेरी याद सता गई!

Language: Hindi
1 Like · 248 Views
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