“तेरी याद”
तेरी याद से उभरना चाहता हूं,
हर दर्द से गुजरना चाहता हूं.,
अब न कोई हद रोके मुझको,
हर हद से गुजरना चाहता हूं.,
मै बिखरा था किसी की वफ़ा पर,
और बेवफ़ाई में सिमटना चाहता हूं.,
लोग मांगते है दलील उस वफ़ा की,
जिस गवाही से मै मुकरना चाहता हूं.,
नए किराएदार देते है दस्तक दिल पर,
और मै तेरी याद से लिपटना चाहता हूं.,
(#ज़ैद_बलियावी)