तेरी याद में हम रात भर रोते रहे
तेरी याद में हम रात भर रोते रहे,
हमें नींद न आई जरा भी और आसमान की गोद में चांद तारे सोते रहे।
करवट बदल बदलकर गुजारी रात हमने,
ठंडी हवा के झोंके भी बदन में कांटे चुभोते रहे।
भुलाए नहीं भूलते हैं वो दिन जब हम साथ हुआ करते थे,
उन दिनों को याद करके हम तकिया भिगोते रहे।
कब खो गया चांद बादलों में, पता ही नहीं चला,
हम तो बस तेरी यादों में खोते रहे।
लगाया था गले से तुमने कभी मुझे,
ये तो अब सिर्फ एक कहानी है,
इतना सोचकर ही हम खुद को आंसुओं के सागर में डुबोते रहे।