तेरी बिछड़न
छोड़कर इस तरह मुझको,
तुमको भी दर्द हुआ होगा
दिखाते नहीं चेहरे पर तुम,
दिल तो तुम्हारा भी रोया होगा।।
आसुओं को तुमने भी अपने
कुछ तो दिलासा दिया होगा
कभी ये सोचा नहीं तुमने कि
कोई और भी तो रोया होगा।।
तुम हो नहीं सकते इतने बेदर्द, छोड़ने
का हमें कुछ तो कारण रहा होगा
अकेले में ही सही लेकिन, आंसुओं
का सैलाब तुम्हारा भी बहा होगा।।
अपने प्यार पर तुमको भी नाज़ था
किसी बात पर तो तुम्हारा भी दिल टूटा होगा
रहता नहीं था एक पल भी मुझे याद किए
दिल उसका भी ऐसे ही तो नहीं टूटा होगा।।
जानते थे हम दोनों ये पहले से ही कि
राह पर चलना इस प्यार की कठिन होगा
जब था नहीं इस बात से तू अनजान
फिर भी इस तरह तू मुझसे क्यों रूठा होगा।।
रह गई शायद मुझसे ही कोई कमी बाकी
जो तुम्हारा गुस्सा इस तरह मुझ पर फूटा होगा
रहने की कसमें खाई थी मेरे जिस दिल में तुमने
सोचा नहीं तुमने मेरा वो दिल भी तो टूटा होगा।।
रह गया हूं मैं बिलकुल अकेला अब यहां
आज भी सोचता हूं तू क्यों मुझसे रूठा होगा
लगता है शायद तेरे जाने से ही मुझसे
मेरी ज़िंदगी का भी साथ आज छूटा होगा।।