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26 Feb 2023 · 1 min read

तेरी नजरों के दीवाने है

**तेरी नजरों के दीवाने हैँ**
**********************

तेरी नजरों के दीवाने हैँ,
तेरे – मेरे ही अफ़साने हैँ।

चोरी-चोरी चुपके-चूपके से,
नैनों के मिलते नजराने हैं।

दीपक की अंधेरी राहों में,
जलते रहते यूं परवाने हैं।

तुमको तो हम हैँ क्या जानें,
खुद से भी हम अनजानें हैं।

तन-मन मनसीरत जलता है,
सारे मौसम आने -जाने हैं।
**********************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैंथल)

Language: Hindi
81 Views
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