तेरी आगोश में गुजरें मेरी रातें , ये अरमां मेरे
1.
तेरी आगोश में गुजरें मेरी रातें , ये अरमां मेरे
सुबह होती और वो ये कहते , अभी न जाओ छोड़कर
2.
लहू तुम्हारा सफ़ेद हो जाए , उससे पहले
देश पर मर मिटने का ज़ज्बा पैदा करो , ऐ लोगों
1.
तेरी आगोश में गुजरें मेरी रातें , ये अरमां मेरे
सुबह होती और वो ये कहते , अभी न जाओ छोड़कर
2.
लहू तुम्हारा सफ़ेद हो जाए , उससे पहले
देश पर मर मिटने का ज़ज्बा पैदा करो , ऐ लोगों