– तेरी आंखे जैसे झील का दरिया –
– तेरी आंखे जैसे झील का दरिया –
मेरे ख्वाब मेरे जज़्बात,
तुझसे जुड़ी बस मुझे है एक आस,
तेरे बिना में केसे जी पाऊ,
तुम ना मिलो मुझे तो यह जीवन में निरथक कर जाऊ,
तेरी चाहत मेरी आंखो से बारिश कराए,
यह दिल तुझको भूलना चाहे पर मन मेरा तुझे भूल न पाए,
सामना तेरा में अब कर नही पाऊ,
तुझे न पा सका न की तुझको पाने की कभी की कोशिश,
में हु जिंदा लाश सा जीते जी मर जाऊ,
करता था तुझसे प्यार ताउम्र करूंगा,
तेरे लिए में अपना यह जीवन न्यौछावर कर जाऊ,
तेरी आंखे जैसे झील का दरिया,
में उसमे खो जाऊ,
हो न सका इस जन्म में तेरा,
पर अगले जन्म में तेरा हो जाऊ,
✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान
संपर्क -7742016184