तेरी आँखों को शराब लिखूँ
तेरी आँखों को शराब लिखूँ।
या खुद को पागल बेहिसाब लिखूँ।
ख्वाबों का समन्दर है मन में।
तुझे लहर नायाब लिखूँ।
हर पन्ने, हर पंक्ति में तेरा ज़िक्र होगा।
तेरे नाम मैं किताब लिखूँ।
चांद सा खूबसूरत है तेरा चेहरा।
तुझे सितारों सा ख्वाब लिखूँ।
तू कुछ इस तरह है मुझमें।
कि अब खुद मे खुद का हिसाब लिखूँ।
खुदा से दुआओं में मागा था तुझे।
अब तुझे खुदा लिखूँ या जवाब लिखूँ।।