तेरा मेरा है कैसा ए नाता
तुझे घर में पाया
तेरा मंदिर में छाया
ओ मेरी माता.ऽ..ऽ
तेरा मेरा है कैसा ए नाता
तुतो सुनती हाल-चाल सबकी
पुरा करती कमी को सबकी
तुने सबको दिया
मेरा हाल भी लिया
ओ मेरी माता.ऽ..ऽ
तेरा मेरा है कैसा ए नाता
पूरे जग में है तुही एक मईया
जहां पार लगती सबकी नईया
तुने चमत्कार किया
कई अवतार लिया
ओ मेरी माता.ऽ..ऽ
तेरा मेरा है कैसा ए नाता
तुझे मंदिर-मंदिर लोग ढुंढते
तुझे घर में ही नहीं पुजते
तेरी कैसी लीला
सबको है मिला
ओ मेरी माता.ऽ..ऽ
तेरा मेरा है कैसा ए नाता
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✍️जय लगन कुमार हैप्पी ⛳
बेतिया (बिहार)