तेरा नसीब बना हूं।
तेरी मोहब्बत के सहर में असीर हुआ हूं।
किस्मत से ही सही पर तेरा नसीब बना हूं।।
मुख्तसर सी सांसे मिली है जीने के लिए।
तुझको पाकर मैं जिंदगी में नज़ीर हुआ हूं।।
✍️✍️ ताज मोहम्मद ✍️✍️
असीर=कैदी
मुख्तसर=कुछ,चंद
नज़ीर=मिसाल
तेरी मोहब्बत के सहर में असीर हुआ हूं।
किस्मत से ही सही पर तेरा नसीब बना हूं।।
मुख्तसर सी सांसे मिली है जीने के लिए।
तुझको पाकर मैं जिंदगी में नज़ीर हुआ हूं।।
✍️✍️ ताज मोहम्मद ✍️✍️
असीर=कैदी
मुख्तसर=कुछ,चंद
नज़ीर=मिसाल