Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Nov 2021 · 1 min read

तू हां कह दे अगर

तेरी आंखें है काली,
तूने पहनी कानों में है बाली
देखूं मैं तुझको जब
तेरे चेहरे पर आती है लाली।।

तेरी बातों में है नरमी
तेरी सांसों में है वो गर्मी
थोड़ा ठहर जाओ
तुझसे कुछ बातें है करनी।।

तेरी चाल है मस्तानी
देखकर तेरी ये जवानी
थोड़ा तो रहम कर
दुनिया हो गई है दीवानी।।

आंखों में तेरी है कशिश
न रख मुझसे तू रंजिश
दूर हो गई है जबसे
दे रही जिंदगी में तन्हाई दबिश।।

जो मुस्कान है तेरी
ये तो नींदें चुरा गई है मेरी
देखकर हंसते तुझे
धड़कने बढ़ जाती है मेरी।।

देखकर तेरी जुल्फें
अब सुकून मिलता है मुझे
छांव में बैठकर इनकी
बस निहारता रहीं अब तुझे।।

दिल की तमन्ना है
काश अब तू मिल जाए मुझे
जो तू हां कह दे अगर
पलकों पर बिठाकर रखूंगा तुझे।।

Language: Hindi
8 Likes · 1 Comment · 568 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
View all
You may also like:
प्रभात वर्णन
प्रभात वर्णन
Godambari Negi
अहसास
अहसास
Sangeeta Beniwal
Let yourself loose,
Let yourself loose,
Dhriti Mishra
जै जै जग जननी
जै जै जग जननी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
मेरा देश एक अलग ही रसते पे बढ़ रहा है,
मेरा देश एक अलग ही रसते पे बढ़ रहा है,
नेताम आर सी
यहाँ किसे , किसका ,कितना भला चाहिए ?
यहाँ किसे , किसका ,कितना भला चाहिए ?
_सुलेखा.
स्त्री चेतन
स्त्री चेतन
Astuti Kumari
हम हैं कक्षा साथी
हम हैं कक्षा साथी
Dr MusafiR BaithA
'ਸਾਜਿਸ਼'
'ਸਾਜਿਸ਼'
विनोद सिल्ला
शादी की अंगूठी
शादी की अंगूठी
Sidhartha Mishra
चुनाव में मीडिया की भूमिका: राकेश देवडे़ बिरसावादी
चुनाव में मीडिया की भूमिका: राकेश देवडे़ बिरसावादी
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
अहोई अष्टमी का व्रत
अहोई अष्टमी का व्रत
Harminder Kaur
नजरों को बचा लो जख्मों को छिपा लो,
नजरों को बचा लो जख्मों को छिपा लो,
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
हादसे बोल कर नहीं आते
हादसे बोल कर नहीं आते
Dr fauzia Naseem shad
काव्य का आस्वादन
काव्य का आस्वादन
कवि रमेशराज
#ग़ज़ल
#ग़ज़ल
*Author प्रणय प्रभात*
हुए अजनबी हैं अपने ,अपने ही शहर में।
हुए अजनबी हैं अपने ,अपने ही शहर में।
कुंवर तुफान सिंह निकुम्भ
वो मुझे पास लाना नही चाहता
वो मुझे पास लाना नही चाहता
कृष्णकांत गुर्जर
प्रभु ने बनवाई रामसेतु माता सीता के खोने पर।
प्रभु ने बनवाई रामसेतु माता सीता के खोने पर।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
जिंदगी है बहुत अनमोल
जिंदगी है बहुत अनमोल
gurudeenverma198
💐प्रेम कौतुक-500💐
💐प्रेम कौतुक-500💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
सबसे क़ीमती क्या है....
सबसे क़ीमती क्या है....
Vivek Mishra
जिस्मौ के बाजार में दिलजार करते हो
जिस्मौ के बाजार में दिलजार करते हो
कवि दीपक बवेजा
कविता के हर शब्द का, होता है कुछ सार
कविता के हर शब्द का, होता है कुछ सार
Dr Archana Gupta
यथार्थ
यथार्थ
Shyam Sundar Subramanian
हारिये न हिम्मत तब तक....
हारिये न हिम्मत तब तक....
कृष्ण मलिक अम्बाला
*सबसे महॅंगा इस समय, छपवाने का काम (कुंडलिया)*
*सबसे महॅंगा इस समय, छपवाने का काम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
आज की नारी
आज की नारी
Shriyansh Gupta
2502.पूर्णिका
2502.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
"तापमान"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...