तू बस चलता चल
जीवन संघर्ष में
दुख , दर्द या हर्ष में
तू धैर्य और संयम की ढाल लिए, चलता चल
तू बस चलता चल , तू बस चलता चल ।
किसी का साथ हो या ना हो
किसी का हाथ हो या ना हो
तू हौसले की पतवार लिए , बहता चल
तू बस चलता चल , तू बस चलता चल ।
भले तेरा कुछ पीछे खो जाए
भले तेरा कोई पीछे छूट जाए
तू अर्जुन के तीर सा बनकर ,आगे बढ़ता चल
तू बस चलता चल , तू बस चलता चल ।
भले आए राहों में ठोकरें हजार
भले हो पथ पर कांटो का अंबार
तू हिम्मत की चोला पहन , सब राख करता चल
तू बस चलता चल , तू बस चलता चल ।
कठिनाई के बादल छाए हो
भले आसमान ने अंगारे बरसाए हो
तू आधियों सी उड़ान लिए , उड़ता चल
तू बस चलता चल , तू बस चलता चल
कोई रहे या ना रहे
कोई कुछ कहे या ना कहे
तू अपने सपनो की दुनिया को , गढ़ता चल
तू बस चलता चल , तू बस चलता चल।