तू नहीं तो कौन?
कौन होगा जो मुझे बात बात पे हंसाएगा
कौन होगा जो मुझे हर पल सताएगा
कौन होगा, जिससे नाराज रहूंगी मैं
कौन होगा जो मुझे, फिर से मनाएगा
तू नहीं तो कौन?
तू ही तो है, जिसके साथ थोड़ा अच्छा लगता है
बड़ा झूठा है तू, फिर भी सच्चा लगता है
जी चाहता है साथ तुम्हारे, थोड़ा वक़्त गुजार लूँ
उड़ते बादल गिरता सावन, थोड़ा और निहार लूँ
क्या हर पल मेरे साथ रहेगा
या यादों से मुझे रुलाएगा
कौन होगा जो मुझे हर पल सताएगा
तू नहीं तो कौन?
कौन होगा,जो मेरी खातिर भूखा रह पाएगा
कौन होगा, जो मेरे नखरे सह पाएगा
कौन होगा जो हर गलती भुला करके
चुपके से मुझे i luv u कह जाएगा
इन सारे सवालों का जवाब, सिर्फ तुमसे लेना है
मैं बहुत अधूरी हूँ तुम बिन , सिर्फ इतना कहना है
यूँ तो ज़िद नहीं करनी तुझसे कोई,
मैं तेरी हूँ, और हमेशा तेरी रहना है
… भंडारी लोकेश ✍️