तू अब आजाद है……..
तू अब आजाद है……..
मेरे दिल के ख्यालों सें
मेरी मन के अल्फाजों से
तू अब आजाद है……..
मेरे रूह के बंधन से
मेरे हर एक संबंध से
तू अब आजाद है……..
मेरी सपनों की दुनिया से
मेरे अपनो की बगिया से
तू अब आजाद है……..
मेरी खूबसूरत गजलों से
मेरी हर गली मोहल्लों से
तू अब आजाद है……..
मेरी दी हुई सब कसमों से
तेरी साथ की सब रश्मो से
तू अब आजाद है……..
तेरे साथ किये सब वादों से
जहन में जिंदा सब यादों से
तू अब आजाद है……..
मेरी मोहब्बत की मुलाकातों से
मेरी प्यारी सी नटखटी बातों से
तू अब आजाद है……..
मेरे दिल के आइने की तुका से
मेरी मोहब्बत की हसीं फिजा से
तू अब आजाद है……..
मेरे वेपनाह “पाक” प्यार से
हर लम्हे के इश्क के दीदार से
वेखॉफ शायर-
राहुल कुमार सागर
“बदायूंनी”