तूफ़ां फिर से कब आएगा
तूफ़ां फिर से कब आएगा
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कभी सोचा न था,
गुजर जाएगा,
तूफ़ां यू पास से,
छोड़ जाएगा,
तन्हां सा जीवन में,
पंछी प्यार का,
बगल से उड़ा के,
सोया ही रह गया,
हुआ जब हादसा,
पता नही था तनिक भी,
पल में बढ़ जाएगा,
सदियों का फांसला,
रह जाऊँगा जगत में,
वीरानगी में अकेला,
भुगतना पड़ेगा,
अभी तो,
जिंदगी का झमेला,
बस अभी तो हूँ,
प्रतीक्षारत,
कब फिर से आएगा,
तूफ़ां तेज वेग के साथ,
उड़ा के जाएगा,
हमसफ़र के साथ,
ले जा कर,
मनसीरत को,
बगल में बैठाएगा…… ।
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सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)