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22 Oct 2023 · 1 min read

तूफान सी लहरें मेरे अंदर है बहुत

तूफान सी लहरें मेरे अंदर है बहुत
आंखों में ख्वाबों के मंजर है बहुत

भरोसा आसानी से होता ही नहीं
पीठ पर भी यार खंजर है बहुत

✍️कवि दीपक सरल

1 Like · 272 Views
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