तूं राम को जान।
तूं राम को जान
तूं राम को जान।
तूं बुद्ध को पहचान।।
तूं तुलसी को जान।
तूं कबीर को पहचान।
तूं मनु को जान।
तूं अम्बेडकर को पहचान।।
तूं शास्त्र को जान।
तूं संविधान को पहचान।।
तूं धर्म को जान।
तूं कर्म को पहचान।।
तूं आत्मा को जान।
तूं देह को पहचान।।
तूं सब को जान।
तूं खुद को पहचान।।
तूं राम को जान।
रामा बुद्ध को पहचान।।
-आचार्य रामानंद मंडल सामाजिक चिंतक सीतामढ़ी।