तुम ही हो
मेरी धड़कन की आवाज तुम ही हो
मेरी हर सांस का राज तुम ही हो
धीरे धीरे पर एकदम ही जुदा
बदलते जा रहे नये अंदाज तुम ही हो
जबसे देखा तुमको होश गवाऐ बैठे हैं
दिल से दिल तक चल रहे साज तुम ही हो
नजरों की खता और दिल जख्मी कर बैठे
मेरी इस व्याधी का अब ईलाज तुम ही हो
कहानी हमारी या में जानूं या तुम जानो
पर मेरी मुहब्बत की बस लाज तुम ही हो