तुम ही तुम हो
👌तुम आरम्भ अंत हो👍
रोज मेरी पोस्ट आई या न खोजते हो,
पोस्ट लिखता हूँ तो फिर खीजते हो,,
मुझे अच्छे तुम ही लगते हो मेरे यारो,
बेशक मेरी जाड़ों को तुम काटते हो,,
कमाल करते हो जमाने की नजर में,
पर फिर मेरी पत्तियों को सींचते हो,,
बुरा हूं पर बुराई का आदी नही हूं मैं,
फिर भी जाने क्यों आंख दिखाते हो,,
हासिल जो करना है कर ही लेंगे हम,
पर क्यो तुम मनु की टांग खींचते हो,,
आपका✍️🙏
मानक लाल मनु Manu Std विनीता मनु