तुम हरदम ही कमाल करते हो
तुम हरदम ही कमाल करते हो,
मेरी फिक्र, मेरा ख्याल करते हो।
दिखाते हो कि खफा हो मुझसे पर
नज़रे कुछ और ही बयां करती हैं,
जानेमन तुम कलाकारी बेमिसाल करते हो।
मुझसे नहीं कहते कभी कुछ भी लेकिन फिर भी दिल ही दिल में हजारों सवाल करते हो।
क्यों चुप रहते हो इतना तुम?
किस बात का मलाल करते हो।
रोशनी की खुशी तुमसे ही है जान लो ये तुम,
तुम्हारे प्यार से तुम मुझको मालामाल करते हो।