तुम हमे अब पहले जैसा नहीं देख पाओगे
मेरे इश्क़ की भरपाई तुम कभी नहीं कर पाओगे,
सब कुछ जानकार भी मुझे तुम मरा हुआ पाओगे,
बेशक तुमसे हमने दर्द की परिभाषा सीखी है,
बस यही फर्क है कि तुम हमे पहले जैसा नहीं देख पाओगे।
अब आशिक़ और अश्क के अंतर को बुझोगे,
नफ़रत ए देहशत की आग को जलते हुए देखोगे,
गुमान था कि मेरे जाने से कोई दूसरा आ जाएगा,
बस यही फर्क है कि तुम हमे पहले जैसा नहीं देख पाओगे।
शायद अब से हर एक के साथ रिश्ता जोड़ पाओगे,
बेपनाह इश्क़ के लिए हर एक घड़ी तरस जाओगे,
नफ़रत करता हूं तुझसे और तेरी बातों से,
बस यही फर्क है कि तुम हमे पहले जैसा नहीं देख पाओगे।
चलो इस इश्क़ ए बंधन से मुक्त कर दिया,
अब तो आसमान में बड़ी उड़ान भर पाओगे,
माफ़ किया तेरी हर एक गलतियों को,
बस यही फर्क है कि तुम हमे पहले जैसा नहीं देख पाओगे।
– Basanta Bhowmick