Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Feb 2024 · 1 min read

तुम हकीकत में वहीं हो जैसी तुम्हारी सोच है।

तुम हकीकत में वहीं हो जैसी तुम्हारी सोच है।
Rj Anand Prajapati

165 Views

You may also like these posts

आज़ादी की जंग में यूं कूदा पंजाब
आज़ादी की जंग में यूं कूदा पंजाब
कवि रमेशराज
sp112 पत्थर जैसे कई/ अपने अहम की
sp112 पत्थर जैसे कई/ अपने अहम की
Manoj Shrivastava
किस क़दर गहरा रिश्ता रहा
किस क़दर गहरा रिश्ता रहा
हिमांशु Kulshrestha
अब अपना पराया तेरा मेरा नहीं देखता
अब अपना पराया तेरा मेरा नहीं देखता
Abhinay Krishna Prajapati-.-(kavyash)
जिसने सिखली अदा गम मे मुस्कुराने की.!!
जिसने सिखली अदा गम मे मुस्कुराने की.!!
शेखर सिंह
परिस्थिति और हम
परिस्थिति और हम
Dr. Rajeev Jain
रुख़ से परदा हटाना मजा आ गया।
रुख़ से परदा हटाना मजा आ गया।
पंकज परिंदा
" गिला "
Dr. Kishan tandon kranti
“उसकी यादें”
“उसकी यादें”
ओसमणी साहू 'ओश'
एकालवी छंद
एकालवी छंद
मिथलेश सिंह"मिलिंद"
मोहब्बत ने मोहतरमा मुझे बदल दिया
मोहब्बत ने मोहतरमा मुझे बदल दिया
Keshav kishor Kumar
!! हे लोकतंत्र !!
!! हे लोकतंत्र !!
Akash Yadav
** खोज कन्हैया की **
** खोज कन्हैया की **
Dr. P.C. Bisen
वह इंसान नहीं
वह इंसान नहीं
Anil chobisa
तुम क्या आए
तुम क्या आए
Jyoti Roshni
कविता
कविता
Nmita Sharma
ऐसे गीत मुझे तुम रचने दो
ऐसे गीत मुझे तुम रचने दो
Meenakshi Bhatnagar
मसला ये नहीं कि लोग परवाह नहीं करते,
मसला ये नहीं कि लोग परवाह नहीं करते,
पूर्वार्थ
*भारत भूषण जैन की सद्विचार डायरी*
*भारत भूषण जैन की सद्विचार डायरी*
Ravi Prakash
Bundeli doha-fadali
Bundeli doha-fadali
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Arvind trivedi
मैं तेरी मुस्कान बनूँगा.
मैं तेरी मुस्कान बनूँगा.
Pappu Kumar Shetty
पहला प्यार
पहला प्यार
Prithvi Singh Beniwal Bishnoi
एहसासों को अपने अल्फ़ाज़ देना ,
एहसासों को अपने अल्फ़ाज़ देना ,
Dr fauzia Naseem shad
आत्ममुग्धता अर्थात् आत्महत्या
आत्ममुग्धता अर्थात् आत्महत्या
Sonam Puneet Dubey
जानते वो भी हैं...!!!
जानते वो भी हैं...!!!
Kanchan Khanna
कैसे- कैसे नींद में,
कैसे- कैसे नींद में,
sushil sarna
राजस्थानी भाषा में
राजस्थानी भाषा में
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
4081.💐 *पूर्णिका* 💐
4081.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
हर फूल खुशबुदार नहीं होता./
हर फूल खुशबुदार नहीं होता./
Vishal Prajapati
Loading...