तुम से महोबत इतनी हो जाये/मंदीप
तुम से महोबत इतनी हो जाये/मंदीप
तुम से महोबत इतनी हो जाये
मेरे दिल में तेरा दिल बस जाये।
जिस भी राह से मै जब भी गुजरूं,
उस राह में तू मुझ को मिल जाये।
जब भी फेरु कागज पर कलम,
हर बार तेरी तस्वीर बन जाये।
देख तेरे चहरे की रुमानियत,
मेरा चेहरा ख़ुशी से खिल जाये।
जी लू जी बार कर उस के साथ,
एक बार उस का साथ मिल जाये।
है रुमानियत और सादगी मेरे यार की,
उस का चेहरा मेरी आँखो में बस जाये।
करना “मंदीप” दुआ भगवान से तुझे,
तुझे उस से हद से ज्यादा प्यार हो जाये।