Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Feb 2021 · 1 min read

तुम समझों,

खाॅमौश रहों दिल के अंदर,
दिल में दर्द सा छुपा हैं,।

जिनकों चाहत थी हमसें,
फिर क्यूं न उनकी बात को सुना हैं,।

कहतों में भी देता अपनी बात को,
मगर मुझे अभी तक नहीं समझा हैं,।

मैं तो समझा प्यार दिया,‌
झुंड बनाकर मुझे घेर लिया,।

लाचारी और बेवसी दिखाई,
मैंने ज़िद को छोड़ दिया,।

वो हमें देख समझ बैठे ,
कि मैंने हॅंसना छोड़ दिया,।

Writer– Jayvind Singh Ngariya Ji

Language: Hindi
1 Like · 387 Views

You may also like these posts

हम ने तवज्जो नहीं दी
हम ने तवज्जो नहीं दी
Nitin Kulkarni
सुनअ सजनवा हो...
सुनअ सजनवा हो...
आकाश महेशपुरी
- मोहब्बत जिंदाबाद -
- मोहब्बत जिंदाबाद -
bharat gehlot
People often dwindle in a doubtful question,
People often dwindle in a doubtful question,
Chaahat
हादसा
हादसा
Rekha khichi
वह कुछ नहीं जानती
वह कुछ नहीं जानती
Bindesh kumar jha
दोहे - डी के निवातिया
दोहे - डी के निवातिया
डी. के. निवातिया
औरों के संग
औरों के संग
Punam Pande
शिवाजी
शिवाजी
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
सोना जेवर बनता है, तप जाने के बाद।
सोना जेवर बनता है, तप जाने के बाद।
आर.एस. 'प्रीतम'
शर्मनाक हरकत
शर्मनाक हरकत
OM PRAKASH MEENA
धरती के भगवान
धरती के भगवान
Rambali Mishra
" बेड़ियाँ "
Dr. Kishan tandon kranti
नेक काम है
नेक काम है
विक्रम कुमार
*खर्चा करके खुद किया ,अपना ही सम्मान (हास्य कुंडलिया )*
*खर्चा करके खुद किया ,अपना ही सम्मान (हास्य कुंडलिया )*
Ravi Prakash
गाँव की प्यारी यादों को दिल में सजाया करो,
गाँव की प्यारी यादों को दिल में सजाया करो,
Ranjeet kumar patre
हे गुरुवर !
हे गुरुवर !
Ghanshyam Poddar
जीवन का जाप
जीवन का जाप
Madhuri mahakash
भक्ति गाना
भक्ति गाना
Arghyadeep Chakraborty
यह गोकुल की गलियां,
यह गोकुल की गलियां,
कार्तिक नितिन शर्मा
..
..
*प्रणय*
क्या घबराना ...
क्या घबराना ...
Meera Thakur
स्वास्थ्य का महत्त्व
स्वास्थ्य का महत्त्व
Paras Nath Jha
I hope one day the clouds will be gone, and the bright sun will rise.
I hope one day the clouds will be gone, and the bright sun will rise.
Manisha Manjari
3009.*पूर्णिका*
3009.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सुबह की चाय की तलब हो तुम।
सुबह की चाय की तलब हो तुम।
Rj Anand Prajapati
हम सोचते थे ज़िन्दगी बदलने में बहुत समय लगेगा !
हम सोचते थे ज़िन्दगी बदलने में बहुत समय लगेगा !
Vishal Prajapati
काव्य की आत्मा और औचित्य +रमेशराज
काव्य की आत्मा और औचित्य +रमेशराज
कवि रमेशराज
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
राधा
राधा
Mamta Rani
Loading...