तुम वेद हो
सुनो न, तुम वेद हो,
तो मैं वर्ण हूँ l
वर्ण से शुरू होकर,
तुम तक पहुँचने का है सफर l
हाथ दो न, साथ दो न,
तभी तो खिल पाऊँगी l
बिन तेरे न शब्द हूँ,
बिन तेरे न वाक्य हूँ l
तुम वीणा बनोगे,
तभी तो होंगी तारों में झंकार l
सुनो न बनोगे मेरे वेद,
बनोगे न मेरे सिर के ताज़ l
✍शीमा