तुम मेरी जिंदगी हो
तुम खुश हो तो
मैं खुश हूं
तुम नहीं जानते पर
मैं अच्छी तरह से
जानती हूं कि
तुम मेरी जिंदगी हो
तुमसे प्रीत मेरी गहरी
तुम मेरे सखा, तुम मेरे कृष्ण
तुम मेरे दिल की धड़कन
तुम मेरे नयनों की ज्योति
तुम मेरे अंधेरे में उजाला फैलाते
एक दीपक
तुम मेरे जीवन की यात्रा का
हर एक बिंदु
तुमसे मेरी शुरुआत, तुमसे मेरा अंत
तुम मेरे बाल गोपाल
तुम मेरे जीवन का आधार
तुमने कर दिया मुझ पर कोई काला जादू कि
तुम आगे आगे, मैं तुम्हारे पीछे पीछे
भाये न तुम बिन मुझे इस जग में कुछ भी
तुम ही मेरा रंग, तुम ही उमंग, तुम ही तरंग
तुम बिन मैं कुछ नहीं हूं
तुम जो नहीं तो हूं मैं बेकार, बदनसीब और बेरंग।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001