तुम प्रीत की छाँव हो
तुम हँसी सौगात हो, फूलों की बरसात हो l
तुम दिन रात हो, मेरी धड़कन हयात हो l
तुम मेरे अरमान हो, दिल का मेहमान हो l
तुम मेरी पहचान हो, दिल का मेहमान हो l
तुम सरगम साज हो, दिल की आवाज़ हो l
तुम चाँद बेदाग हो, मस्त फाग वसंत राग हो l
तुम प्रीत की छाँव हो, मेरे सपनों का गाँव हो l
तुम जीवन की नाव हो, मेरे प्रीत भाव हो l
तुम अलबेली शाम हो, महुआ का जाम हो l
तुम गुलफ़ाम हो, चाहत का पैगाम हो l
तुम रब की बरकत हो,खुदा की इबादत हो l
तुम मेरी मोहब्बत हो, मेरे लिए जियारत हो l
तुम सावन मधुमास हो, चाहत की एहसास हो l
तुम उल्लास सुवास हो, मेरे मन का कैनवास हो l
तुम कस्तुरी की महक हो, इश्क का मीठा कसक हो l
तुम पंछियों की चहक हो, जिया की धड़क-धड़क हो l
तुम मेरी ज़िन्दगानी हो, मेरी प्रेम कहानी हो l
तुम मेरी दीवानी हो, मेरी राधा रानी हो l
तुम इश्क के शहर हो, मेरी मंज़िल की डगर हो l
तुम मेरे हमसफ़र हो, मेरी जान जिगर हो l
दुष्यंत कुमार पटेल