तुम न समझोगे
मुमकिन नही तुझको पाना
पर जिद है की तेरा हो जाना
तुम न समझोगे ,
ना समझोगे ,दिल की बातें
तुम न समझोगे
हाँ जिद की तेरा हो जाऊ
तुझमे कहीं में खो जाऊं
धड़कन में तेरे, कदम हो मेरे
बस मंजिल है की तुझको पा जाऊ
तुम न समझोगे ,
ना समझोगे दिल की बातें
तुम न समझोगे
सुना है तेरा दिल है बड़ा
उसमें रहूंगा कहीं में पड़ा
मुझको बसा ले कहीं धड़कनों मे
मन क्यों तेरा तेरी जिद पे अड़ा
तुम न समझोगे
ना समझोगे,दिल की बातें
तुम न समझोगे
– पर्वत सिंह राजपूत “अधिराज”
ग्राम -सतपोन जिला सीहोर